राजनीति में कैरियर सेटल हो जाने के बाद जातक एक बहुत अच्छे मुकाम पर आ जाता है पीढ़ियां तक बैठकर राज करती है तो आज इसी बारे में बात करते है राजनीति में कैरियर किनका बन सकता है और क्या पद हासिल हो पायेगा कुंडली का दसवां भाव राजनीति का है ग्रहों में सूर्य शनि गुरु राहु यह राजनीति के आज के समय में पक्के ग्रह है।अब दसवां भाव और दसवें भाव स्वामी कुंडली में बली होकर अगर राजयोग बनाकर बैठे है या दसवें भाव स्वामी राजनीति के कारक ग्रहों सूर्य गुरु या शनि राहु से संबंध बनाकर राजयोग में है या राजयोग बनाकर बैठा है तब राजनीति में निश्चित ही कैरियर सेटल हो जायेगा इसके साथ ही राजनीति में किस पद की प्राप्ति होगी या किस स्तर तक आगे बढ़ सकते है यह सब दसवें भाव स्वामी और दसवें भाव साथ ही राजनीति के कारक गुरु सूर्य शनि राहु जितने बली स्थिति में होंगे उस स्थिति पर निर्भर करेगा आदि अब कुछ उदाहरणों से समझते है कौन हो पाएंगे राजनीति में सफलता और कैरियर सेटल, अगर राजनीति में कैरियर नही है तो समय व्यर्थ न करे।अब कुछ उदाहरणों से समझते है राजनीति कैरियर?? उदाहरण_के_लिए_मेष_लग्न1:- मेष लग्न में दसवें भाव स्वामी शनि(राजनीति स्वामी) बली होकर राजनीति के कारक गुरु सूर्य से यहां संबंध बनाकर बैठे है तब राजनीति में कैरियर सेटल हो जायेगा साथ ही अब राहु भी इसी स्थिति में दसवें भाव में बैठा है तब बहुत शानदार कैरियर सेटल हो जायेगा राजनीति क्षेत्र में।राजनीति में राज करेंगे जाकर। उदाहरण_के_लिए_सिंह_लग्न2:- सिंहY लग्न में दसवें भाव स्वामी शुक्र यहां गुरु शनि या सूर्य शनि से संबंध बनाकर बैठे है और राहु भी बली है तब राजनीति में अच्छा कैरियर सेटल हो जायेगा बहुत कामयाबी मिल जायेगी।बहुत प्रबल राजनीति सफलता का योग है।

उदाहरण_के_लिए_मकर_लग्न3:- मकर लग्न में दसवें भाव स्वामी शुक्र बहुत बली होकर राजनीति के कारक यहां शनि से संबंध बनाकर बैठा हो और दसवां भाव भी अन्य तरह से राजनीति कारक गुरु राहु के प्रभाव में है तब राजनीति में कैरियर सेटल हो जायेगा, राजनीति से किस्मत बदल जायेगी।

आचार्य विवेक उपाध्याय